Creeper Haunted: Hindi Horror Story

CREEPER {क्रिपर} Horror Story

AUTHOR -: REGAR RAJASTHANI 

CREEPER HAUNTED HORROR HINDI STORY

एक गांव में एक पुरानी और भूतों से भरी हुई बगीचा थी। इस बगीचे के बगीचे को कठल बगीचा के नाम से जाना जाता था। इसे रहने वालों की आंखों में तो कठपुतली नजर आती थी, लेकिन इस बगीचे में बसने वाले लोगों की बातों में चिढ़ और घटनाओं की आवाज़ भी सुनाई देती थी। इस भयंकर बगीचे के बारे में सुनकर ज्यादातर लोग वहां जाने से बचते थे, परंतु एक रोमांचक युवक नाम राहुल बहुत नालायक था, जिसे इस खौफनाक बगीचे में घुसना था।

CREEPER HAUNTED HORROR HINDI STORY


राहुल के मन में ऐसा ही सोच आया और एक दिन वह अकेले ही कठल बगीचे में गया। जब वह वहां पहुंचा, तो उसने अपनी धारणा बदल ली। वह केवल खुद को यह समझाता रहा कि यहां कुछ नहीं है, सब कुछ सिर्फ एक वादी है। जब तक कि एक दिन रात के समय, जब राहुल खुद को एक खोया हुआ महसूस करने लगा। उसे लगता था कि कोई उसके पीछे है, उसे अजनबी हाथ छू रहे हैं। राहुल ने बगीचे की ओर दौड़ते हुए बगीचे के मध्य स्थित एक गहरी जंगली जगह की ओर पलटा। जंगल में घूमते हुए उसे एक बड़ी कठोर गहरी गुफा दिखाई दी। उसे आवाज़ आने लगी, जैसे कि कोई रोने की आवाज़ आ रही हो। राहुल ने यह सोचकर गहराई में जाने का फैसला किया कि शायद उस गुफा में कोई आपदा में हो सकता है और वह किसी की मदद कर सकता है।


धीरे-धीरे गुफा की ओर आगे बढ़ते हुए राहुल ने जब गुफा के अंदर प्रवेश किया, तो उसे एक अनूठी और भयानक दृश्य दिखाई दिया। वहां गुफा की दीवारों पर चित्रकारी थी, जो भूतों की जीवित प्रतिमाएँ थीं। राहुल के दिल में डर और उत्कंठा बढ़ने लगी।

एक विशेष चित्रकारी ने राहुल का ध्यान आकर्षित किया, जिसमें एक कठोर भूत एक कठोर कथन सुना रहा था। "तुम यहां आ गए हो, बहुत अच्छा हुआ। अब तुम मेरी वादी में बंद हो गए हो।


राहुल ने उस भूत को देखा, जो अपनी हसीं मुस्कान के साथ उसे बुला रहा था। उसने तत्परता से पूछा, "तुम कौन हो और मुझे यहां क्यों बंद किया गया है?"

भूत हँसते हुए उससे बोला, "मैं यहां एक समयी बाबा हूँ, जो यहां के बगीचे में रहते हैं। मुझे यह बगीचा अपना घर समझता है और मैं यहां आने वाले हर व्यक्ति को इसकी वादी में बंद कर देता हूँ। तुम मेरी अगली प्रतिष्ठा हो।"

राहुल के हृदय में डर छाया। उसने अपने दोस्तों को याद किया और कोशिश की उनसे संपर्क करने की, लेकिन उसका मोबाइल सिग्नल बंद था। वह बिना किसी उम्मीद के उस भूत के सामने खड़ा हो गया।

भूत उसे देखते हुए कहा, "तुम्हारी खुशी का समय शुरू हो गया है। अब तुम यहां रहोगे और मेरी सेवा करोगे।" उसकी आवाज़ घनी हो गई और राहुल के आसपास काले धुंधले धुंध घिरने लगी।

राहुल ने उस भूत के आगे हार नहीं मानी और बहादुरी से उससे मुकाबला करने का फैसला किया। उसने अपनी अंतिम शक्ति और हिम्मत जुटाई और अपने दिल में विश्वास रखकर भूत की ओर धावा बोला।

राहुल ने कहा, "तुम मेरी आज़ादी को नहीं रोक सकते। मैं यहां तुम्हारी वश में नहीं हूँ और तुम मेरे भय को नहीं जीत सकते।"

भूत अचंभित हो गया। वह उसे बार-बार रोकने की कोशिश करने लगा, लेकिन राहुल ने अपनी विरासत की वाणी गानी और उसे दिखाई देने लगा। गहरे आवाज़ और प्रकाश के साथ भूत की ताकत कम होने लगी।

राहुल का वीरतापूर्ण प्रयास सफल हुआ और वह भूत के शक्तिशाली अवयवों को नष्ट कर दिया। उसके पास शक्तिशाली चांदी की तलवार आई और वह उसे प्रयोग करके भूत को पराजित कर दिया।

भूत विफल होकर गायब हो गया और राहुल ने खुद को गहरे गुफा से बाहर निकाल लिया। उसने गुफा के बाहर अपने दोस्तों को देखा, जो उसकी खोज कर रहे थे।

वे सब मिलकर राहुल के कहानी को सुनने बैठे और उसकी बहादुरी की सराहना की। हालांकि, यह कथा अभी भी जारी है और जानकारी आपको नहीं मिल पाई है। राहुल और उसके दोस्त बगीचे से बाहर निकलते हैं और अपने घर की ओर चले जाते हैं। उन्होंने यह समझा कि कठल बगीचा वास्तव में एक भूतों से भरी हुई जगह है और वहां जाने से बचना चाहिए। वे अपनी अनुभव को साझा करते हैं और इस घटना को भूतपूर्व घटना के रूप में याद करते हैं।

यह भयानक और रोमांचक कथा एक संक्षेप में बंद हो जाती है। यह दिखा रहता है कि भूतों से भरी हुई जगहों के साथ मज़ाक नहीं किया जाना चाहिए और उन्हें सत्यापित करने के लिए आवाज़ों और अद्भुत घटनाओं की आवाज़ का समर्थन करना चाहिए। यह सभी को याद दिलाता है कि हमेशा आपत्तिजनक स्थानों को बचने चाहिए और अपनी सुरक्षा को महत्व देना चाहिए।

यह कथा भूतपूर्व और रोमांचक है, और यह दरअसल एक कल्पनात्मक रचना है। ऐसे घटनाक्रम या तथ्य वास्तविकता से अलग हो सकते हैं।

AUTHOR BY REGAR RAJASTHANI

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