Investigating the Kundanbagh Haunted House Mystery: Unveiling the Secrets
Kundanbagh हैदराबाद के सबसे महंगे एरियाज में से एक है यहां के बड़े बड़े सीनिक पार्क और ग्रीनरी लोगों को अपनी तरफ काफी अट्रैक्ट करते हैं मगर क्या आप जानते हैं कि इसी एरिया में एक ऐसा घर भी है, जिसके आसपास कोई भटकना भी नहीं चाहता।
साजिद नाम का एक चोर कई दिनों से kundanbagh में बने एक घर पर नजर रख रहा था वो काफी बड़ा था और साजिद को पता था कि kundanbagh में होने की वजह से उस घर में काफी अमीर लोग रहते होंगे जिनके पास खूब सारे पैसे और गहने भी मिलेंगे पर उस बड़े से घर में ज्यादा चहल पहल नहीं थी न ही कोई वहां आता था और ना ही कोई वहां से जाता था।
साजिद रोज घर से थोड़ा दूर खड़ा होकर अंदर रहने वाले लोगों की परछाई देखा करता था वह नोटिस करता था कि आखिर घर में कौन कौन था और वो लोग रात में कितने बजे सोने चले जाते थे साजिद ने एक रात उस घर में चोरी का प्लान बनाया।
उस रात कुछ देर तक वो घर से दूर खड़ा रहा और लाइट बंद होने का इंतजार करता रहा कुछ ही देर में पूरे घर की लाइट ऑफ हो गई और साजिद पीछे वाली खिड़की से दबे पांव घर के अंदर घुस गया पहले साजिद ने ग्राउंड फ्लोर टटोला, मगर उसे वहां न पैसे मिले न ही कोई कीमती समान वह भी नीचे वाले फ्लोर पर ही था कि तभी उसे किसी के चलने की आवाज आने लगी।
वह जल्दी से ड्रॉइंग रूम में रखे एक पुराने कबर्ड में छुप गया और कबर्ड के दरवाजे के बीच से बाहर देखने लगा उसने देखा कि एक औरत सीढ़ियों से उतरकर नीचे आ रही थी और वह धीमी सी आवाज में कुछ बड़बड़ा रही थी औरत नीचे उतरकर कुछ देर सीढ़ियों के पास ही खड़ी रही और घर के मेन डोर की तरफ देखती रही।
साजिद को उस औरत का चेहरा बिल्कुल साफ नजर आ रहा था उसकी आंखों के नीचे बड़े बड़े काले धब्बे थे मानो वह न जाने कितने दिन से सोई न हो उसकी स्किन बिल्कुल पीली पड़ी हुई थी और उसके चेहरे पर एक बहुत ही अजीब सी मुस्कुराहट थी।
वह औरत किचिन की तरफ मुड़ी और चुपचाप अंदर चली गई साजिद कबर्ड से बाहर आया उसने अपने बैग से एक चाकू निकाला और उसे हाथ में पकड़े हुए ऊपर जाने लगा तभी किचन से उस औरत की चीखने की आवाज आई साजिद एकदम से डर गया और वह जल्दी से दबे पांव किचिन की तरफ गया।
उसने देखा कि वो औरत एक कोने में बैठी रो रही है उसके हाथ में भी चाकू है और वह चाकू से जमीन पर कुछ खुरच रही उस औरत को देखकर साजिद थोड़ा घबराने लगा था उसने सोचा कि वह जल्दी से छोटी मोटी चोरी करके वहां से निकल जाएगा।
साजिद सीढियों के ऊपर पहुंचा ही था उसने देखा कि एक औरत बेडरूम के दरवाजे के सामने खड़ी उसे देख रही थी उस औरत का चेहरा बिल्कुल वैसा ही लग रहा था जैसा उसकी बूढ़ी मां का लग रहा था उसकी भी आंखों के नीचे काले धब्बे थे।
साजिद ने हाथ में पकड़ा चाकू उस औरत को दिखाकर डराने की कोशिश की मगर उस औरत को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था अचानक ही वह औरत हंसने लगी और उसकी आंखें बिल्कुल काली पड़ गई वह हंसते हंसते बेडरूम के अंदर चली गई जैसे ही बेडरूम का दरवाजा खुला साजिद को एक बहुत ही गंदी स्मेल आई।
जब उसने अंदर देखा तो उसके होश उड़ गए उस बेड पर तीन लोगों की डेड बॉडी पड़ी हुई थी और हैरानी वाली बात तो ये थी कि दो लाशें उन्हीं लोगों की थी जिन्हें साजिद ने अभी कुछ मिनट पहले देखा था ऐसा लग रहा था कि जैसे उन्हें मरे हुए काफी दिन बीत चुके हैं क्योंकि उनकी बॉडी डिकंपोज होने लगी थी।
जिसकी वजह से उनसे बहुत ही गंदी स्मेल रही थी यह देखकर साजिद के रोंगटे खड़े हो गए थे वह सीधा घर के बाहर भागा उसने सोचा कि इस हालत में अगर उसे किसी ने देख लिया तो उसे चोर नहीं बल्कि खूनी समझा जाएगा इसलिए वो सीधा पुलिस स्टेशन पहुंचा और उसने पुलिस को सब कुछ बताया।
पुलिस की टीम साजिद को लेकर तुरंत उस घर में पहुंची घर के मेन डोर पर और उस दीवार पर ढेर सारे खून के छींटे थे यह देखकर सभी चौकन्ने हो गए और उन्होंने अंदर जाकर देखा कि वहां सच में तीन लाशें थी।
पुलिस ने उन लाशों को तुरंत फॉरेंसिक टीम के पास भेज दिया और उन्होंने यही मान लिया कि साजिद ने ही उन तीनों औरतों का मर्डर चार पाँच दिन पहले किया होगा और मर्डर के इल्जाम से बचने के लिए उसने ये कहानी बनाई है।
मगर कुछ ही दिनों में उन बॉडीज की फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई, जिसे देखकर पुलिस भी बहुत शॉक में पड़ गई उन लोगों की मौत चार पांच दिन पहले नहीं बल्कि छह महीने पहले हो गई थी रिपोर्ट के मुताबिक उन लोगों ने जहर खाकर अपनी जान दी थी ।
investigate करने पर पुलिस को बेडरूम के पास से एक फिनायल की बॉटल भी मिली मगर सबसे ज्यादा डरावना evidence था काला जादू करने का सामान घर में ढेर सारा तंत्र मंत्र का समान बरामद हुआ था।
उस बेडरूम की सीलिंग पर एक बहुत अजीब सा पैटर्न बना हुआ था जो कि खून से बनाया हुआ लग रहा था जब पड़ोसियों तक यह खबर पहुंची तो सबका दिल बुरी तरह दहल उठा कोई भी मानने को तैयार ही नहीं था कि वह लाश छह महीने पुरानी थी क्योंकि पड़ोसी तो उस घर में रहने वाली औरतों को लगभग रोज ही घर की बालकनी में घूमते देखा करते थे।
यही बात बार बार साजिद भी पुलिस से कह रहा था कुछ लोग तो यह भी कह रहे थे कि लोग रोज खाना खाने के बाद टहलने बाहर आते थे और कई लोगों ने इनके घर में लाइट्स ऑफ होते देखी है।
यह सब सुनकर पुलिस हक्की बक्की रह गई उन्होंने उस पड़ोसी से और डिटेल में इन्वेस्टिगेशन किया तो उसने बताया कि उस घर में तीन लोग रहते थे एक बूढ़ी मां और उनकी दो बेटियां वह तीनों ही बेहद अजीब से थे और किसी से बात नहीं करते थे।
उस घर के ओनर विश्वनाथ की डेथ के बाद उस घर में अजीब अजीब सी चीजें होने लगी थी पुलिस ने अपनी फाइल स्टेटमेंट में यही रिकॉर्ड किया कि उन तीनों लोगों की मौत छह महीने पहले ही हो चुकी थी और उन तीनों की मेंटल स्टेट ठीक नहीं थी।
जबकि नेबर्स और साजिद की स्टेटमेंट बिल्कुल अलग थी 2002 में हुए इस केस के बाद से कुंदन बाग के घर को लोग witches lair बोलने लगे थे आज के समय में कई टूरिस्ट इस घर को देखने आते हैं और वह सोचने की कोशिश करते हैं कि आखिर इस घर में हुआ क्या होगा आपको क्या लगता है kundanbagh witches lair के बारे में?
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